पाठ 12- संसार पुस्तक है
– जवाहरलाल नेहरू
पत्र से
1. लेखक ने ‘प्रकृति के अक्षर’ किन्हें कहा है?
उत्तर:
लेखक ने प्रकृति के अक्षर चट्टानों के टुकड़े, वृक्षों, पहाड़ों, नदियों, समुद्र, जानवरों की हड्डियाँ आदि को कहा है।
2. लाखों-करोड़ों वर्ष पहले हमारी धरती कैसी थी?
उत्तर:
लाखों-करोड़ों वर्ष पहले हमारी धरती बेहद गर्म थी और इस पर कोई जानदार चीज़ नहीं रह सकती थी।
3. दुनिया का पुराना हाल किन चीज़ों से जाना जाता है? उनके कुछ नाम लिखो।
उत्तर:
दुनिया का पुराना हाल चट्टानों के टुकड़े, वृक्षों, पहाड़ों, सितारे, नदियों, समुद्र, जानवरों की हड्डियों आदि चीज़ों से जाना जाता है।
4. गोल चमकीला रोड़ा अपनी क्या कहानी बताता है?
उत्तर:
गोल चमकीला रोड़ा अपनी कहानी बताते हुए कहता है कि वह कभी एक चट्टान का हिस्सा था। एक दिन पहाड़ों से बहते हुए पानी ने उसे बहाकर घाटी में भेज दिया। वहाँ से आगे एक पहाड़ी नाले ने उसे आगे धकेलकर दरिया में पहुँचा दिया। इसी प्रकार अपनी इस यात्रा में घिसते-घिसते वह चमकदार रोड़ा बन गया।
5. गोल चमकीले रोड़े को यदि दरिया और आगे ले जाता तो क्या होता? विस्तार से उत्तर लिखो।
उत्तर:
गोल चमकीले रोड़े को यदि दरिया और आगे ले जाता तो वह छोटा होते-होते अंत में बालू का एक जर्रा हो जाता और समुद्र के किनारे अपने भाइयों से जा मिलता, जहाँ एक सुंदर बालू का किनारा बन जाता, जिसपर छोटे-छोटे बच्चे खेलते और बालू के घरौंदे बनाते।
6. नेहरू जी ने इस बात का हलका-सा संकेत दिया है कि दुनिया कैसे शुरू हुई होगी। उन्होंने क्या बताया है? पाठ के आधार पर लिखो।
उत्तर:
नेहरूजी ने बताया है कि धरती लाखों करोड़ों वर्ष पुरानी है। शुरुआत में यह बेहद गर्म थी और इसपर कोई जानदार चीज़ नहीं रह सकती थी। आदमियों को पहले सिर्फ जानवर थे और उनके पहले कोई जानदार चीज़ ना थी।
पत्र से आगे
1. मसूरी और इलाहाबाद शहर भारत के कौन से प्रदेश/प्रदेशों में हैं?
उत्तर:
मसूरी उत्तराखंड और इलाहाबाद उत्तर-प्रदेश में है।
2. तुम जानते हो कि दो पत्थरों को रगड़कर आदि मानव ने आग की खोज की थी। उस युग में पत्थरों का और क्या-क्या उपयोग होता था?
उत्तर:
पत्थरों का उपयोग अन्य निम्नलिखित कामों में होता था-
• खेती के औजार बनाने में
• जानवरों के शिकार के लिए हथियार बनाने में
• आत्म-रक्षा के लिए
• मकान बनाने में
भाषा की बात
1. ‘इस बीच वह दरिया में लुढ़कता रहा।’ नीचे लिखी क्रियाएँ पढ़ों। क्या इनमें और ‘लुढ़कना’ में तुम्हें कोई समानता नजर आती है?
ढकेलना, सरकना, खिसकना
इन चारों क्रियाओं का अंतर समझाने के लिए इनसे वाक्य बनाओ।
ढकेलना, सरकना, खिसकना
इन चारों क्रियाओं का अंतर समझाने के लिए इनसे वाक्य बनाओ।
उत्तर:-
लुढ़कना – पूरी कोशिश करने के बाद भी पत्थर का लुढ़कना जारी रहा।
ढकेलना – इतने बड़े पत्थर ढकेलना कठिन काम है।
सरकना – इतनी पतली रस्सी को पकड़ कर सरकना संभव नहीं है।
खिसकना – मैं उस बैठक से खिसकना चाहता था।
2. चमकीला रोड़ा – यहाँ रेखांकित विशेषण ‘चमक’ संज्ञा में ‘ईला’ प्रत्यय जोड़ने पर बना है।
निम्नलिखित शब्दों में यही प्रत्यय जोड़कर विशेषण बनाओ और इनके साथ उपयुक्त संज्ञाएँ लिखो –
पत्थर, काँटा, रस, जहर।
निम्नलिखित शब्दों में यही प्रत्यय जोड़कर विशेषण बनाओ और इनके साथ उपयुक्त संज्ञाएँ लिखो –
पत्थर, काँटा, रस, जहर।
उत्तर:-
शब्द – विशेषण – संज्ञा शब्द
पत्थर – पथरीला – सड़क
काँटा – कँटीला – मार्ग
रस – रसीला – फल
जहर – जहरीला – साँप
3. जब तुम मेरे साथ रहती हो,तो अक्सर मुझसे बहुत-सी बातें पूछा करती हो।’
यह वाक्य दो वाक्यों को मिलाकर बना है। इन दोनों वाक्यों को जोड़ने का काम जब-तो (तब) कर रहे हैं, इसलिए इन्हें योजक कहते हैं। योजक के रूप में कभी कोई बदलाव नहीं आता, इसलिए ये अव्यय का एक प्रकार होते हैं।
नीचे वाक्यों को जोड़ने वाले कुछ और अव्यय दिए गए हैं। उन्हें रिक्त स्थानों में लिखो। इन शब्दों से तुम भी एक-एक वाक्य बनाओ –
यह वाक्य दो वाक्यों को मिलाकर बना है। इन दोनों वाक्यों को जोड़ने का काम जब-तो (तब) कर रहे हैं, इसलिए इन्हें योजक कहते हैं। योजक के रूप में कभी कोई बदलाव नहीं आता, इसलिए ये अव्यय का एक प्रकार होते हैं।
नीचे वाक्यों को जोड़ने वाले कुछ और अव्यय दिए गए हैं। उन्हें रिक्त स्थानों में लिखो। इन शब्दों से तुम भी एक-एक वाक्य बनाओ –
(क) कृष्णन फ़िल्म देखना चाहता है…………मैं मेले में जाना चाहती हूँ।
► परन्तु
► परन्तु
(ख) मुनिया ने सपना देखा…………वह चंद्रमा पर बैठी है।
► कि
► कि
(ग) छुट्टियों में हम सब……….. दुर्गापुर जाएँगे…………जालंधर।
► तो, नकि
► तो, नकि
(घ) सब्ज़ी कटवा कर रखना…………घर आते ही मैं खाना बना लूँ।
► ताकि
► ताकि
(ड) ……………….मुझे पता होता कि शमीम बुरा मान जाएगा……………….मैं यह बात न कहता।
► यदि, तो
► यदि, तो
(च) मालती ने तुम्हारी शिकायत नहीं……….तारीफ़ ही की थी।
► बल्कि
► बल्कि
(छ) इस वर्ष फसल अच्छी नहीं हुई है……अनाज महँगा है।
► इसलिए
► इसलिए
(ज) विमल जर्मन सीख रहा है ……….. फ्रेंच।
► या
► या
बल्कि/ इसलिए / परंतु / कि / यदि / तो / नकि / या / ताकि
बल्कि – राम केवल पढ़ने में ही नहीं बल्कि खेलने में भी अच्छा है।
इसलिए – वह दौड़ने में अच्छा है इसलिए मैं उसके साथ रेस लगाता हूँ।
परन्तु – मैं तो जाना चाहता था परन्तु उसने मना कर दिया।
कि – मुझे नहीं पता कि मोहित ने क्या कहा।
यदि – यदि मैं भी बड़ा होता तो यह काम कर सकता था।
तो – मुझे होता तो मैं मना नहीं करता।
नकि – हमें लोगों की अच्छाईयों को अपने जीवन में उतारना चाहिए नकि उनकी बुराइयों को।
या – मैं सेब या अमरुद में से एक खाऊँगा।
ताकि – रोहित कठिन परिश्रम कर रहा है ताकि वह परीक्षा में प्रथम आ सके।
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