Sunday, October 1, 2017

Essay on Diwali in Hindi (200 words)

दिवाली निबंध (200 शब्द)

भारत एक ऐसा देश है जिसको त्योहारों की भूमि कहा जाता है। इन्हीं पर्वों मे से एक खास पर्व है दीपावली जो दशहरा के 20 दिन बाद अक्टूबर या नवंबर के महीने में आता है। इसे भगवान राम के 14 साल का वनवास काटकर अपने राज्य में लौटेने की खुशी में मनाया जाता है। अपनी खुशी जाहिर करने के लिये अयोध्यावासी इस दिन राज्य को रोशनी से नहला देते है साथ ही पटाखों की गूंज में सारा राज्य झूम उठता है।
दिवाली को रोशनी का उत्सव या लड़ीयों की रोशनी के रुप में भी जाना जाता है जोकि घर में लक्ष्मी के आने का संकेत है साथ ही बुराई पर अच्छाई की जीत के लिये मनाया जाता है। असुरों के राजा रावण को मारकर प्रभु श्रीराम ने धरती को बुराई से बचाया था। ऐसा माना जाता है कि इस दिन अपने घर, दुकान, और कार्यालय आदि में साफ-सफाई रखने से उस स्थान पर लक्ष्मी का प्रवेश होता है। उस दिन घरों को दियों से सजाना और पटाखे फोड़ने का भी रिवाज है।
ऐसी मान्यता है कि इस दिन नई चीजों को खरीदने से घर में लक्ष्मी माता आती है। इस दिन सभी लोग खास तौर से बच्चे उपहार, पटाखे, मिठाईयां और नये कपड़े बाजार से खरीदते है। शाम के समय, सभी अपने घर में लक्ष्मी अराधना करने के बाद घरों को रोशनी से सजाते है। पूजा संपन्न होने पर सभी एक दूसरे को प्रसाद और उपहार बाँटते है साथ ही ईश्वर से जीवन में खुशियों की कामना करते है। अंत में पटाखों और विभिन्न खेलों से सभी दिवाली की मस्ती में डूब जाते है।

Essay on Diwali in hindi (250 words)

दिवाली निबंध (250 शब्द)

दिपावली एक महत्वपूर्णं और प्रसिद्ध उत्सव है जिसे हर साल देश और देश के बाहर विदेश में भी मनाया जाता है। इसे भगवान राम के चौदह साल के वनवास से अयोध्या वापसी के बाद और लंका के राक्षस राजा रावण को पराजित करने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
भगवान राम की वापसी के बाद, भगवान राम के स्वागत के लिये सभी अयोध्या वासीयों ने पूरे उत्साह से अपने घरों और रास्तों को सजा दिया। ये एक पावन हिन्दू पर्व है जो बुराई पर सच्चाई की जीत के प्रतीक के रुप में है। इसे सिक्खों के छठवें गुरु श्रीहरगोविन्द जी के रिहाई की खुशी में भी मनाया जाता है, जब उनको ग्वालियर के जेल से जहाँगीर द्वारा छोड़ा गया।
बाजारों को दुल्हन की तरह शानदार तरीके से सजा दिया जाता है। इस दिन बाजारों में खासा भीड़ रहती है खासतौर से मिठाईयों की दुकानों पर, बच्चों के लिये ये दिन मानो नए कपड़े, खिलौने, पटाखें और उपहारों की सौगात लेकर आता है। दिवाली आने के कुछ दिन पहले ही लोग अपने घरों की साफ-सफाई के साथ बिजली की लड़ियों से रोशन कर देते है।
देवी लक्ष्मी की पूजा के बाद आतिशबाजी का दौर शरु होता है। इसी दिन लोग बुरी आदतों को छोड़कर अच्छी आदतों को अपनाते है। भारत के कुछ जगहों पर दिवाली को नये साल की शुरुआत माना जाता है साथ ही व्यापारी लोग अपने नये बही खाता से शुरुआत करते है।
दिवाली सभी के लिये एक खास उत्सव है क्योंकि ये लोगों के लिये खुशी और आशीर्वाद लेकर आता है। इससे बुराई पर अच्छाई की जीत के साथ ही नये सत्र की शुरुआत भी होती है।

पाठ 5 – अक्षरों का महत्व

पाठ 5 – अक्षरों का महत्व

    –  गुणाकर मुले


निबंध से

1. पाठ में ऐसा क्यों कहा गया है कि अक्षरों के साथ एक नए युग की शुरुआत हुई?
उत्तर:
अक्षरों के साथ एक नए युग की शुरुआत हुई क्योंकि इसके पहले मानव सभ्यता लिखित इतिहास नहीं मिलता है। अक्षरों खोज के बाद ही एक पीढ़ी के ज्ञान का इस्तेमाल दूसरी पीढ़ी कर पायी जिससे मनुष्य प्रगति के पथ पर बढ़ सका।

2. अक्षरों की खोज का सिलसिला कब और कैसे शुरू हुआ? पाठ पढ़कर उत्तर लिखो। 
उत्तर:
प्रागैतिहासिक मानव ने सबसे पहले चित्रों के जरिए अपने भाव को व्यक्त किया। जैसे, पशुओं, पक्षियों, आदमियों आदि के चित्र। इन चित्र-संकेतों के बाद में, भाव-संकेत अस्तित्व में आए। जैसे, एक छोटे वृत्त के चहुँ किरणों की द्योतक रेखाएँ खींचने पर वह ‘सूर्य’ का चित्र बन जाता था। बाद में यही चित्र ‘ताप’ या ‘धूप’ का द्योतक बन गया। इस तरह भाव-संकेत अस्तित्व में आए। फिर जाकर काफी बाद में आदमी ने अक्षरों की खोज की। 
3. अक्षरों के ज्ञान से पूर्व मनुष्य अपनी बात को दूर-दराज़ के इलाकों तक पहुँचाने के लिए किन-किन माध्यमों का सहारा लेता था? 
उत्तर:
अक्षरों के ज्ञान से पूर्व मनुष्य अपनी बात को दूर-दराज़ के इलाकों तक पहुँचाने के लिए पशुओं, पक्षियों, आदमियों आदि के चित्र बनाकर भाव संकेत का सहारा लेता था। 
4. ‘भाषा का विकास पहले हुआ, अक्षर और लिपि का बाद में। बोली गयी भाषा को अक्षरों की मदद से लिखा जा सकता है। कई लोग ऐसे भी होते हैं जो अक्षर नहीं पहचानते पर भाषा अच्छी तरह जानते हैं।”
ऊपर की पंक्तियों को ध्यान में रखते हुए भाषा और अक्षर के संबंधों के बारे में एक अनुच्छेद लिखो।
उत्तर:
भाषा का आरम्भ मानव की उत्पत्ति के साथ हुआ। शुरुआत में मानव ने सबसे पहले चित्रों के जरिये अपने भावों को व्यक्त किया। अपनी बातों को समझाने ले लिए चित्र-संकेतों के बाद मानव ने भाव-संकेतों का सहारा लिया। धीरे-धीरे विकास के गति बढ़ने के साथ ही ध्वनि का विकास हुआ। मानव अपने विचारों को ध्वनि के द्वारा एक-दूसरे तक पहुँचा सकते थे। इस तरह भाषा का विकास होता गया। अक्षरों के प्रचलन ने मानव विकास को अभूतपूर्व गति दी तथा भाषा को शिखर तक पहुँचा दिया। मानव अब अपने विचारों और इतिहास को अक्षरों में सहेज कर रख रखने लगा। भाषा और अक्षर एक दूसरे के पूरक हैं। कई लोग भाषा को अच्छी तरह बोल पाते हैं परन्तु उन्हें अक्षर में ढाल नहीं पाते हैं। ये लोग अपने विचारों को सहेज कर रख नहीं पाते और दूसरे के विचारों को पढ़ नहीं पाते जिस कारण ये एक सीमित जीवन जीते हैं। अक्षरों द्वारा लेखन कार्य भाषा का अटूट अंग है। आज के दुनिया में अक्षरों के बिना भाषा की कल्पना नहीं की जा सकती।


निबंध से आगे
1. अक्षरों के महत्व की तरह ध्वनि के महत्त्व के बारे में जितना जानते हो उसे लिखो।
उत्तर:
ध्वनि हमारे विचारों को बोलकर प्रस्तुत करने का साधन है। यह भाषा की सबसे छोटी इकाई है। इनके द्वारा ही हम एक दूसरे से बातचीत करते हैं। यह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
2. पुराने ज़माने में लोग यह क्यों सोचते थे कि अक्षर और भाषा की खोज ईश्वर ने की थी? अनुमान लगाओ और बताओ।
उत्तर:
पुराने ज़माने में लोग यह इसलिए सोचते थे कि अक्षर और भाषा की खोज ईश्वर ने की क्योंकि उन्हें इनके इतिहास के बारे में जानकारी नहीं थी। यह कब और कैसे शुरू हुआ।


भाषा की बात

  अनादि काल में रेखांकित शब्द का अर्थ है जिसकी कोई शुरुआत या न हो। नीचे दिए गए शब्द भी मूल शब्द के शुरू में कुछ जोड़ने से बने इसे उपसर्ग कहते हैं। इन उपसर्गों को अलग करके लिखो और मूल शब्दों को लिखकर उनका अर्थ समझो – 
असफल 
अदृश्य 
अनुचित 
अनावश्यक 
अपरिचित 
अनिच्छा 
(क) अब बताओ कि ये उपसर्ग जिन शब्दों के साथ जुड़ रहे हैं क्या उनमें कोई अंतर है?
(ख) उपर्युक्त शब्दों से वाक्य बनाओ और समझो कि ये संज्ञा हैं या विशेषण। वैसे तो संख्याएँ संज्ञा होती हैं पर कभी-कभी ये विशेषण का काम करती हैं, जैसे नीचे लिखे वाक्य में –
हमारी धरती लगभग पाँच अरब साल पुरानी है। 
कोई दस हज़ार साल पहले आदमी ने गाँवों को बसाना शुरू किया। 
इन वाक्यों में रेखांकित अंश ‘साल संज्ञा के बारे में विशेष जानकारी दे रहे हैं, इसलिए संख्यावाचक विशेषण हैं। संख्यावाचक विशेषण का इस्तेमाल उन्हीं चीज़ों के लिए होता है जिन्हें गिना जा सके। जैसे, चार संतरे, पाँच बच्चे, तीन शहर आदि। पर यदि किसी चीज़ को गिना नहीं जा सकता तो उसके साथ संख्या वाले शब्दों के अलावा माप-तौल आदि के शब्दों का इस्तेमाल भी किया जाता है –
 तीन जग पानी 
 एक किलो ज़ीरा 
यहाँ रेखांकित हिस्से परिमाणवाचक विशेषण हैं क्योंकि इनका संबंध माप-तौल से है। अब नीचे लिखे हुए को पढ़ो। खाली स्थानों में बॉक्स में दिए गए माप-तौल के उचित शब्द छाँटकर लिखो।
प्याला कटोरी एकड़ मीटर लीटर किलो ट्रक चम्मच 

1. तीन……………… खीर 
2. दो………………….. ज़मीन
3. छह……………….कपड़ा
4. एक………………… रेत 
5. दो……………….. कॉफ़ी 
6. पाँच………….. बाजरा 
7. एक……………. दूध 
8. तीन………………. तेल


उत्तर:
(अ) उपसर्ग + मूल शब्द
अ + सफल
अ + दृश्य
अनु + उचित
अन + आवश्यक
अ + परिचित
अन + इच्छा
हाँ, उपसर्ग के जुड़ने से अर्थ में अंतर आ रहा है। उनके अर्थ मूल शब्द से विपरीत हो रहे हैं।
1. तीन कटोरी खीर
2. दो एकड़ ज़मीन
3. छह मीटर कपड़ा
4. एक ट्रक रेत
5. दो प्याला  कॉफ़ी
6. पाँच किलो बाजरा
7. एक लीटर दूध
8. तीन चम्मच तेल

पाठ 4 – चाँद से थोड़ी सी गप्पें

पाठ 4 – चाँद से थोड़ी सी गप्पें

     –  शमशेर बहादुर सिंह


कविता से


1. ‘हमको बुद्धू ही निरा समझा है !’ कहकर लड़की क्या कहना चाहती है?
उत्तर:
‘हमको बुद्धू ही निरा समझा है !’ कहकर लड़की हम बुद्धू नहीं हैं जो आपकी बीमारी ना समझ सकें।

2. आशय बताओ –
‘यह मरज़ आपका अच्छा ही नहीं होने में आता है।’
उत्तर:
कवि के अनुसार चाँद को कोई बीमारी है जिसके कारण ये घटते हैं तो घटते ही चले जाते हैं और बढ़ते हैं तो बढ़ते ही चले जाते हैं। ये बीमारी ठीक होने का नाम नहीं ले रही है।

3. कवि ने चाँद से गप्पें किस दिन लगाई होंगी? इस कविता में आई बातों की मदद से अनुमान लगाओ और इसके कारण भी बताओ।
दिन                                              कारण
पूर्णिमा                                   …………………………………………………….
अष्टमी                                  …………………………………………………….
अष्टमी से पूर्णिमा के बीच       ……………………………………………………..
प्रथमा से अष्टमी के बीच         ……………………………………………………..
उत्तर:
‘गोल हैं खूब मगर
आप तिरछे नजर आते हैं जरा।’ अष्टमी से पूर्णिमा के बीच चूँकि कविता में इन उपर्युक्त पंक्तियों का प्रयोग किया गया है  जिससे पता चलता है चाँद अभी तो गोल तो है पर पूरी तरह से नहीं यानी यहाँ पूर्णिमा से कुछ दिन पहले का वर्णन किया गया है।
4. नई कविता में तुक या छंद की बजाय बिंब का प्रयोग अधिक होता है, बिंब वह तसवीर होती है जो शब्दों को पढ़ते समय हमारे मन में उभरती है। कई बार कुछ कवि शब्दों की ध्वनि की मदद से ऐसी तस्वीर बनाते हैं और कुछ कवि अक्षरों या शब्दों को इस तरह छापने पर बल देते हैं कि उनसे कई चित्र हमारे मन में बनें। इस कविता के अंतिम हिस्से में चाँद को एकदम गोल बताने के लिए कवि ने बि ल कु ल शब्द के अक्षरों को अलग-अलग करके लिखा है। तुम इस कविता के और किन शब्दों को चित्र की आकृति देना चाहोगे? ऐसे शब्दों को अपने ढंग से लिखकर दिखाओ।
उत्तर:
• गो ल
• ति र छे


भाषा की बात
1. चाँद संज्ञा है। चाँदनी रात में चाँदनी विशेषण है।
नीचे दिए गए विशेषणों को ध्यान से देखो और बताओ कि कौन-सा प्रत्यय जुड़ने पर विशेषण बन रहे हैं। इन विशेषणों के लिए एक-एक उपयुक्त संज्ञा भी लिखो –
गुलाबी पगड़ी / मखमली घास / कीमती गहने / ठंडी रात / जंगली फूल / कश्मीरी भाषा

उत्तर:
नीचे दिए गए विशेषण ‘ई’ प्रत्यय लगने से विशेषण बन रहे हैं।
विशेषण – उपर्युक्त संज्ञा
गुलाबी – साड़ी
मखमली – कुर्ता
कीमती – सोना
ठंडी – हवा
जंगली – बिल्ली
कश्मीरी – लड़का

2. • गोल-मटोल • गोरा-चिट्टा
कविता में आए शब्दों के इन जोडों में अंतर यह है कि चिट्टा का अर्थ सफ़ेद है और गोरा से मिलता-जुलता है जबकि मटोल अपने-आप में कोई शब्द नहीं है। यह शब्द ‘मोटा’ से बना है। ऐसे चार-चार शब्द युग्म सोचकर लिखो और उनका वाक्यों में प्रयोग करो।

उत्तर:
बुरा-भला – वो अपने जिद्द पर अड़ा रहा इसलिए मैंने उसे बुरा-भला कहा।
आज-कल – आज-कल अपराध की संख्या अधिक हो गयी है।
पतला-दुबला – श्याम पतला-दुबला व्यक्ति है।
दिन-रात – परीक्षा की तैयारी के लिए मोहित ने दिन-रात एक कर दिया।

3. ‘बिलकुल गोल’ – कविता में इसके दो अर्थ हैं –
(क) गोल आकार का
(ख) गायब होना !
ऐसे तीन शब्द सोचकर उनसे ऐसे वाक्य बनाओ कि शब्दों के दो-दो अर्थ निकलते हों।
उत्तर:

पत्र
पेड़ से पत्र गिर रहे हैं।
डाकिया पत्र लाया है।

आम
आम फलों का राजा है।
वह आम आदमी है।

उत्तर
श्याम को इस प्रश्न का उत्तर नहीं पता था।
वह उत्तर दिशा की ओर गया है।

4. जोकि, चूँकि, हालाँकि – कविता की जिन पंक्तियों में ये शब्द आए हैं, उन्हें ध्यान से पढ़ो। ये शब्द दो वाक्यों को जोड़ने का काम करते हैं। इन शब्दों का प्रयोग करते हुए दो-दो वाक्य बनाओ।

उत्तर:

जोकि
उसने मेरा किताब लौटा दिया जोकि उसने पिछले हफ्ते लिया था।
ताजमहल दुनिया का अजूबा है जोकि आगरा में स्थित है।

चूँकि
चूँकि मैं भूखा था इसलिए मैंने खाना खा लिया।
चूँकि वहाँ भीड़ थी इसलिए मैं रुक गया।

हालाँकि
हालाँकि मुझे उसपर गुस्सा आ रहा था फिर भी मैंने उसे छोड़ दिया।
हालाँकि मैं स्कूल नहीं जा पाया फिर भी मैंने घर पर पढाई की।

5. गप्प, गप-शप, गप्पबाज़ी – क्या इन शब्दों के अर्थ में अंतर है? तुम्हें क्या लगता है? लिखो। 
उत्तर: 
गप्प – बिना काम की बात। 
गप-शप – इधर -उधर की बातचीत। 
गप्पबाज़ी – कुछ झूठी, कुछ सच्ची बात।

पाठ 6 – पार नज़र के

पाठ 6 – पार नज़र के

  –  जयंत विष्णु नार्लीकर


हानी से

1. छोटू का परिवार कहाँ रहता था? 
उत्तर
: छोटू का परिवार मंगल ग्रह पर बने भूमिगत घरों में रहता था। 

2. छोटू को सुरंग में जाने की इजाज़त क्यों नहीं थी? पाठ के आधार पर लिखो।
उत्तर: 
छोटू या किसी आम आदमी को सुरंग में जाने की इजाजत नहीं थी क्योंकि उस सुरंग से जमीन पर जाने का रास्ता था जहाँ आम आदमी का जाना मना था।

3. कंट्रोल रूम में जाकर छोटू ने क्या देखा और वहाँ उसने क्या हरकत की? 
उत्तर
कंट्रोल रूम में जाकर छोटू ने देखा की सब लोग मंगल पर उतरे अंतरिक्ष यान से परेशान थे। सब लोग स्क्रीन पर दिखाई दे रही यान की हरकत को ध्यान से देख रहे थे परन्तु छोटू का सारा ध्यान कॉन्सोल पैनेल पर था जिसका लाल बटन उसे आकर्षित कर रहा था। अपनी इच्छा को वह रोक नहीं पाया और उसने बटन दबाने की हरकत कर दी।
4. इस कहानी के अनुसार मंगल ग्रह पर कभी आम जन-जीवन था। वह सब नष्ट कैसे हो गया? इसे लिखो। 
उत्तर: 
मंगल ग्रह पर जीवन सूरज में परिवर्तन आने की वजह से नष्ट हो गया। धीरे-धीरे वातावरण में परिवर्तन होने लगा जिसे प्राकृतिक संतुलन बिगड़ गया। प्रकृति के बदले हुए रूप का सामना करने में वहाँ के पशु-पक्षी, पेड़-पौधे अन्य जीव अक्षम साबित हुए।

5. कहानी में अंतरिक्ष यान को किसने भेजा था और क्यों?
उत्तर: 
अंतरिक्ष यान को नेशनल एअरोनाटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने मंगल की मिट्टी के विभिन नमूने इकट्ठे करने के लिए भेजा था ताकि इस बात का पता चल सके कि क्या मंगल ग्रह पर भी पृथ्वी की ही तरह जीव सृष्टि का अस्तित्व है।

6. नंबर एक, नंबर दो और नंबर तीन अजनबी से निबटने के कौन से तरीके सुझाते हैं और क्यों?
उत्तर
नंबर एक ने कहा कि अंतरिक्ष यानों के बेकार से कोई भला नहीं होने वाला, इससे हमें जानकारी प्राप्त करना और भी कठिन हो जाएगा। उसके अनुसार यान जीव रहित हैं इसलिए इनसे उनके गृह को कोई खतरा नहीं है। नंबर दो ने भी नंबर एक की बात का बात का समर्थन करते हुए कहा कि यंत्र बेकार कर देने से दूसरे गृह के लोग हमारे बारे में जान जायेंगे इसलिए हमें केवल अवलोकन करते रहना चाहिए। नंबर तीन ने अपने अस्तित्व को छिपाए रखने के महत्व पर जोर देते हुए कि हमें कुछ ऐसा प्रबंध करना चाहिए ताकि यान भेजने वाले को लगे की इस गृह में कुछ ख़ास नहीं है।

भाषा की बात

1. सिक्योरिटी – पास उठाते ही दरवाज़ा बंद हो गया। 
यह बात हम इस तरीके से भी कह सकते हैं – जैसे ही कार्ड उठाया, दरवाज़ा बंद हो गया। 
ध्यान दो, दोनों वाक्यों में क्या अंतर है। ऐसे वाक्यों के तीन जोड़े तुम स्वयं सोचकर लिखो।
उत्तर
• घंटी बजते ही छुट्टी हो गयी।
जैसे ही घंटी बजी छुट्टी हो गयी।
• सीटी बजते ही रेलगाड़ी चल पड़ी।
जैसे ही सीटी बजी रेलगाड़ी चल पड़ी।
• मेरे दौड़ते ही वो भाग गया।
जैसे ही मैं दौड़ा वो भाग गया।

2. छोटू ने चारों तरफ़ नज़र दौड़ाई। 
छोटू ने चारों तरफ़ देखा। 
उपर्युक्त वाक्यों में समानता होते हुए भी अंतर है। वाक्यों में मुहावरे विशिष्ट अर्थ देते हैं। नीचे दिए गए वाक्यांशों में ‘नज़र’ के साथ अलग-अलग क्रियाओं का प्रयोग हुआ है। इनका वाक्यों या उचित संदर्भों में प्रयोग करो –
नज़र पड़ना नज़र रखना 
नज़र आना नज़रें नीची होना


उत्तर: नज़र पड़ना – बाहर से आती चमकती रोशनी पर मेरी नज़र पड़ी।
नज़र रखना – पुलिस चोर पर नज़र रखे हुए है।
नज़र आना – मोहित के चोरी सबके नज़र में आ गई।
नज़रें नीची होना – चोरी करते हुए पकडे जाने पर उसकी नज़रें नीची हो गयीं।

3. नीचे दो-दो शब्दों की कड़ी दी गई है। प्रत्येक कड़ी का एक शब्द संज्ञा है और दूसरा शब्द विशेषण है। वाक्य बनाकर समझो और बताओ कि इनमें से कौन-से शब्द संज्ञा हैं और कौन-से विशेषण। 
आकर्षक आकर्षण 
प्रभाव प्रभावशाली
प्रेरणा प्रेरक|
उत्तर
संज्ञा – विशेषण
आकर्षक – आकर्षण
प्रभाव – प्रभावशाली
प्रेरणा – प्रेरक
•  वह अपने हँसी-मज़ाक वाले अंदाज़ के कारण आकर्षण का केंद्र बन गयी।
यह कलम देखने में बहुत आकर्षक है।
• धूम्रपान का स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
गांधीजी का व्यक्तित्व प्रभावशाली है।
• हम इस कहानी से कुछ करने की प्रेरणा मिलती है।
यह पुस्तक प्रेरक कहानियों से भरी है।
4. पाठ से फ़ और ज़ वाले (नुक्ते वाले) चार-चार शब्द छाँटकर लिखो। इस सूची में तीन-तीन शब्द अपनी ओर से भी जोड़ो।
उत्तर

‘फ़’ नुक्ता वाले शब्द-
तरफ़
स्टाफ़
सिर्फ़
साफ़
सफ़ेद
फ़ल
फ़र्क
ज़’ नुक्ता वाले शब्द-
रोज़
नज़र
इंतज़ार
ज़मीन
ज़रा
ज़ोर
अंग्रेज़ी